त्रिशिरा: Difference between revisions
From जैनकोष
('<p class="HindiText">१. कुण्डल पर्वतस्थ वज्रकूट का स्वामी एक ...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
ShrutiJain (talk | contribs) No edit summary |
||
(5 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
< | <ol class="HindiText"> | ||
<li> कुंडल पर्वतस्थ वज्रकूट का स्वामी एक नागेंद्रदेव।–देखें [[ लोक#5.12 | लोक - 5.12]]।</li> | |||
<li> रुचक पर्वत के स्वयंप्रभकूट पर रहने वाली विद्युत्कुमारी देवी।–देखें [[ लोक#5.13 | लोक - 5.13]]। </li> | |||
</ol> | |||
< | <noinclude> | ||
[[ त्रिशिरम् | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[Category: | [[ त्रिशृंग | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | |||
[[Category: त्र]] | |||
[[Category: करणानुयोग]] |
Latest revision as of 11:04, 23 September 2022
- कुंडल पर्वतस्थ वज्रकूट का स्वामी एक नागेंद्रदेव।–देखें लोक - 5.12।
- रुचक पर्वत के स्वयंप्रभकूट पर रहने वाली विद्युत्कुमारी देवी।–देखें लोक - 5.13।