माघ: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
No edit summary |
||
(3 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p class="HindiText">गुजरात नरेश श्रीपाल के मंत्री सुप्रभदेव के दो पुत्र थे–दत्त व शुभंकर। दत्त के पुत्र महाकवि माघ थे। इन्होंने ‘शिशुपाल वध’ नामक ग्रंथ की रचना की है। (उपमिति भव प्रपंच कथा/प्र.2/प्रेमीजी)।</p> | |||
<noinclude> | |||
[[ | [[ मागधेशपुर | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[Category:म]] | [[ माघनंदि | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | |||
[[Category: म]] | |||
[[Category: इतिहास]] |
Latest revision as of 17:23, 3 October 2022
गुजरात नरेश श्रीपाल के मंत्री सुप्रभदेव के दो पुत्र थे–दत्त व शुभंकर। दत्त के पुत्र महाकवि माघ थे। इन्होंने ‘शिशुपाल वध’ नामक ग्रंथ की रचना की है। (उपमिति भव प्रपंच कथा/प्र.2/प्रेमीजी)।