महाघोष: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) पश्चिम विदेहक्षेत्र के रत्नसंचय नगर का राजा । इसकी रानी चंद्रिणी और पुत्र पयोबल था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 5.136-137 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) पश्चिम विदेहक्षेत्र के रत्नसंचय नगर का राजा । इसकी रानी चंद्रिणी और पुत्र पयोबल था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_5#136|पद्मपुराण - 5.136-137]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) असुरकुमार आदि दस जाति के भवनवासी देवों का अठारहवाँ इंद्र और प्रतींद्र । <span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 14.56-57 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) असुरकुमार आदि दस जाति के भवनवासी देवों का अठारहवाँ इंद्र और प्रतींद्र । <span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 14.56-57 </span></p> | ||
<p id="3">(3) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । <span class="GRef"> महापुराण 25.158 </span></p> | <p id="3" class="HindiText">(3) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । <span class="GRef"> महापुराण 25.158 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
(1) पश्चिम विदेहक्षेत्र के रत्नसंचय नगर का राजा । इसकी रानी चंद्रिणी और पुत्र पयोबल था । पद्मपुराण - 5.136-137
(2) असुरकुमार आदि दस जाति के भवनवासी देवों का अठारहवाँ इंद्र और प्रतींद्र । वीरवर्द्धमान चरित्र 14.56-57
(3) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25.158