शांतिनाथ पुराण: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
||
(One intermediate revision by one other user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<ol class="HindiText"> | <ol class="HindiText"> | ||
<li>कवि असग द्वारा (ई.988) द्वारा रचित हिंदी महाकाव्य। ( | <li>कवि असग द्वारा (ई.988) द्वारा रचित हिंदी महाकाव्य। (<span class="GRef">तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/4/13</span>)</li> | ||
<li> | <li>आचार्य श्रीधर (ई.1132) कृत अपभ्रंश काव्य। (<span class="GRef">तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/3/188</span>)</li> | ||
<li>सकलकीर्ति (ई.1406-1442) कृत 3475 संस्कृत पद्य प्रमाण ग्रंथ। ( | <li>सकलकीर्ति (ई.1406-1442) कृत 3475 संस्कृत पद्य प्रमाण ग्रंथ। (<span class="GRef">तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/3/330</span>)।</li> | ||
<li>शुभकीर्ति (ई.श.15 पूर्वार्ध) कृत अपभ्रंश काव्य। ( | <li>शुभकीर्ति (ई.श.15 पूर्वार्ध) कृत अपभ्रंश काव्य। (<span class="GRef">तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/3/413</span>)।</li> | ||
</ol> | </ol> | ||
Latest revision as of 14:36, 1 March 2024
- कवि असग द्वारा (ई.988) द्वारा रचित हिंदी महाकाव्य। (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/4/13)
- आचार्य श्रीधर (ई.1132) कृत अपभ्रंश काव्य। (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/3/188)
- सकलकीर्ति (ई.1406-1442) कृत 3475 संस्कृत पद्य प्रमाण ग्रंथ। (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/3/330)।
- शुभकीर्ति (ई.श.15 पूर्वार्ध) कृत अपभ्रंश काव्य। (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/3/413)।