किष्कु: Difference between revisions
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<span class="HindiText"> (1)शाखामृग-द्वीप के मध्य में स्थित एक पर्वत । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_6#82|पद्मपुराण - 6.82]] </span></br><span class="HindiText">(2) क्षेत्र का एक प्रमाण-विशेष । यह दो हाथ प्रमाण का होता है । दो किष्कुओं का एक दंड और आठ हजार दंडों का एक योजन होता है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_7#45|हरिवंशपुराण - 7.45-46]] </span> | |||
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Latest revision as of 14:41, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
क्षेत्र का प्रमाण विशेष। अपरनाम रिक्कु या गज़–देखें गणित - I.1।
पुराणकोष से
(1)शाखामृग-द्वीप के मध्य में स्थित एक पर्वत । पद्मपुराण - 6.82
(2) क्षेत्र का एक प्रमाण-विशेष । यह दो हाथ प्रमाण का होता है । दो किष्कुओं का एक दंड और आठ हजार दंडों का एक योजन होता है । हरिवंशपुराण - 7.45-46