अभयचंद्र: Difference between revisions
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<p class="HindiText">1. <span class="GRef">सिद्धिविनिश्चय / प्रस्तावना 43 पं. महेंद्रकुमार</span> आप ई. श. 13 के आचार्य हैं। आपने `लघीयस्त्रय' पर स्याद्वादभूषण नाम की तात्पर्यवृत्ति लिखी है।</p> | <p class="HindiText">1. <span class="GRef">सिद्धिविनिश्चय / प्रस्तावना 43 पं. महेंद्रकुमार</span> आप ई. श. 13 के आचार्य हैं। आपने `लघीयस्त्रय' पर स्याद्वादभूषण नाम की तात्पर्यवृत्ति लिखी है।</p> | ||
<p class="HindiText">2. बालचंद तथा श्रुतमुनि (ई. 1311) के गुरु, गोमट्टसारकी मंदप्रबोधिनी टीका के रचयिता। समय ई. श. 14 का पूर्वार्ध। ए. एन. उपाध्ये के अनुसार ई. 1279 में मृत्यु। पं. कैलाशचंद को मान्य नहीं। </p> | <p class="HindiText">2. बालचंद तथा श्रुतमुनि (ई. 1311) के गुरु, गोमट्टसारकी मंदप्रबोधिनी टीका के रचयिता। समय ई. श. 14 का पूर्वार्ध। ए. एन. उपाध्ये के अनुसार ई. 1279 में मृत्यु। पं. कैलाशचंद को मान्य नहीं। </p> | ||
<p class="HindiText">469/ | <p class="HindiText">469/<span class="GRef">(जैन साहित्य और इतिहास/1/470)</span>; <span class="GRef">(तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा , पृष्ठ 3/3319)</span></p> | ||
Latest revision as of 22:15, 17 November 2023
1. सिद्धिविनिश्चय / प्रस्तावना 43 पं. महेंद्रकुमार आप ई. श. 13 के आचार्य हैं। आपने `लघीयस्त्रय' पर स्याद्वादभूषण नाम की तात्पर्यवृत्ति लिखी है।
2. बालचंद तथा श्रुतमुनि (ई. 1311) के गुरु, गोमट्टसारकी मंदप्रबोधिनी टीका के रचयिता। समय ई. श. 14 का पूर्वार्ध। ए. एन. उपाध्ये के अनुसार ई. 1279 में मृत्यु। पं. कैलाशचंद को मान्य नहीं।
469/(जैन साहित्य और इतिहास/1/470); (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा , पृष्ठ 3/3319)