वाल्हीक: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) यादवों का पक्षधर एक अर्धरथ नृप । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 50.84 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) यादवों का पक्षधर एक अर्धरथ नृप । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_50#84|हरिवंशपुराण - 50.84]] </span></p> | ||
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<p id="3">(3) वृषभदेव के समय में इंद्र द्वारा निर्मित एक देश । यहाँ के राजा ने दिग्विजय के समय चक्रवर्ती भरतेश को घोड़े भेंट में देते हुए उनकी अधीनता स्वीकार की थी । <span class="GRef"> महापुराण 16.156, 30.107 </span></p> | <p id="3" class="HindiText">(3) वृषभदेव के समय में इंद्र द्वारा निर्मित एक देश । यहाँ के राजा ने दिग्विजय के समय चक्रवर्ती भरतेश को घोड़े भेंट में देते हुए उनकी अधीनता स्वीकार की थी । <span class="GRef"> महापुराण 16.156, 30.107 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
(1) यादवों का पक्षधर एक अर्धरथ नृप । हरिवंशपुराण - 50.84
(2) राजा वसुदेव और रानी जरा का पुत्र । हरिवंशपुराण - 48.63
(3) वृषभदेव के समय में इंद्र द्वारा निर्मित एक देश । यहाँ के राजा ने दिग्विजय के समय चक्रवर्ती भरतेश को घोड़े भेंट में देते हुए उनकी अधीनता स्वीकार की थी । महापुराण 16.156, 30.107