विकलेंद्रियय: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> दो इंद्रिय, तीन इंद्रिय और चार इंद्रिय जीव । ये मानुषोत्तर पर्वत तक ही रहते हैं । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.633 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> दो इंद्रिय, तीन इंद्रिय और चार इंद्रिय जीव । ये मानुषोत्तर पर्वत तक ही रहते हैं । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#633|हरिवंशपुराण - 5.633]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
दो इंद्रिय, तीन इंद्रिय और चार इंद्रिय जीव । ये मानुषोत्तर पर्वत तक ही रहते हैं । हरिवंशपुराण - 5.633