ईश्वरसेन: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> सुनंदिषेण आचार्य के पश्चात् हुआ आचार्य । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 66.28 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> सुनंदिषेण आचार्य के पश्चात् हुआ आचार्य । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_66#28|हरिवंशपुराण - 66.28]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 14:40, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
पुन्नाट संघ की गुर्वावली के अनुसार आप नंदिषेण प्रथम के शिष्य तथा नंदिषेण द्वितीय के गुरु थे। - देखें इतिहास - 7.8
पुराणकोष से
सुनंदिषेण आचार्य के पश्चात् हुआ आचार्य । हरिवंशपुराण - 66.28