उग्रश्री: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> निर्वाणभक्ति नामक राजा के पश्चात् लंका के स्वामित्व को प्राप्त एक राक्षसवंशी राजा । यह माया और पराक्रम से सहित, विद्याबल और महाकांति का धारी और विद्यानुयोग में कुशल था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 5.396-400 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> निर्वाणभक्ति नामक राजा के पश्चात् लंका के स्वामित्व को प्राप्त एक राक्षसवंशी राजा । यह माया और पराक्रम से सहित, विद्याबल और महाकांति का धारी और विद्यानुयोग में कुशल था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_5#396|पद्मपुराण - 5.396-400]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 14:40, 27 November 2023
निर्वाणभक्ति नामक राजा के पश्चात् लंका के स्वामित्व को प्राप्त एक राक्षसवंशी राजा । यह माया और पराक्रम से सहित, विद्याबल और महाकांति का धारी और विद्यानुयोग में कुशल था । पद्मपुराण - 5.396-400