विलिनत्व: Difference between revisions
From जैनकोष
Anita jain (talk | contribs) mNo edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> संसारी जीव का एक गुण । एक शरीर से दूसरे शरीर में संक्रमण करना विलीनता कहलाती है । <span class="GRef"> महापुराण 42.91 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> संसारी जीव का एक गुण । एक शरीर से दूसरे शरीर में संक्रमण करना विलीनता कहलाती है । <span class="GRef"> महापुराण 42.91 </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Latest revision as of 15:22, 27 November 2023
संसारी जीव का एक गुण । एक शरीर से दूसरे शरीर में संक्रमण करना विलीनता कहलाती है । महापुराण 42.91