वनवती: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> एणीपुत्र के पूर्वभव की माँ-एक देवी । वसुदेव के शौर्यपुर जाने को इच्छा प्रकट करने पर इसने रत्नों से दैदीप्यमान एक विमान की रचना कर वसुदेव को दिया था और वसुदेव के शौर्यपुर-आगमन की सूचना इसी ने समुद्रविजय को दी थी । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 32.19, 38, 53-10, 24 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> एणीपुत्र के पूर्वभव की माँ-एक देवी । वसुदेव के शौर्यपुर जाने को इच्छा प्रकट करने पर इसने रत्नों से दैदीप्यमान एक विमान की रचना कर वसुदेव को दिया था और वसुदेव के शौर्यपुर-आगमन की सूचना इसी ने समुद्रविजय को दी थी । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_32#19|हरिवंशपुराण - 32.19]],[[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_32#38|हरिवंशपुराण - 32.38]], 53-10, 24 </span></p> | ||
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एणीपुत्र के पूर्वभव की माँ-एक देवी । वसुदेव के शौर्यपुर जाने को इच्छा प्रकट करने पर इसने रत्नों से दैदीप्यमान एक विमान की रचना कर वसुदेव को दिया था और वसुदेव के शौर्यपुर-आगमन की सूचना इसी ने समुद्रविजय को दी थी । हरिवंशपुराण - 32.19,हरिवंशपुराण - 32.38, 53-10, 24