विधि: Difference between revisions
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देखें [[ द्रव्य#1.7 | द्रव्य - 1.7 ]](सत्ता, सत्त्व, सामान्य, द्रव्य, अन्वय, वस्तु विधि, अविशेष ये एकार्थवाची शब्द हैं)। <br /> | देखें [[ द्रव्य#1.7 | द्रव्य - 1.7 ]](सत्ता, सत्त्व, सामान्य, द्रव्य, अन्वय, वस्तु विधि, अविशेष ये एकार्थवाची शब्द हैं)। <br /> | ||
देखें [[ सामान्य#6 | सामान्य-6 ]][सामान्य विधि रूप होता है और विशेष उसके निषेध रूप] । <br /> | देखें [[ सामान्य#6 | सामान्य-6 ]][सामान्य विधि रूप होता है और विशेष उसके निषेध रूप] । <br /> | ||
देखें [[ कर्म#3.1 | कर्म - 3.1 ]](विधि कर्म का पर्यायवाची नाम है)। <br /> | देखें [[ कर्म#3.1 | कर्म - 3.1 ]](विधि कर्म का पर्यायवाची नाम है)। | ||
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<p id="2">(2) राम का सामंत । इसने वितापि योद्धा को गदा के प्रहार से मारा था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 58.9-11, 60. 20 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) राम का सामंत । इसने वितापि योद्धा को गदा के प्रहार से मारा था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_58#9|पद्मपुराण - 58.9-11]], 60. 20 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
- विधि
धवला 13/5, 5, 50/285/12 कथं श्रुतस्य विधिव्यपदेशः। सर्वनयविषयाणामस्तित्वविधायकत्वात्। चूँकि वह सब नयों के विषय के अस्तित्व का विधायक है, इसलिए श्रुत की विधि संज्ञा उचित ही है।
देखें द्रव्य - 1.7 (सत्ता, सत्त्व, सामान्य, द्रव्य, अन्वय, वस्तु विधि, अविशेष ये एकार्थवाची शब्द हैं)।
देखें सामान्य-6 [सामान्य विधि रूप होता है और विशेष उसके निषेध रूप] ।
देखें कर्म - 3.1 (विधि कर्म का पर्यायवाची नाम है)।
- अन्य संबंधित विषय
- दान की विधि।–देखें दान - 5।
- विधि निषेध की परस्पर सापेक्षता।–देखें सप्तभंगी - 1.3।
- दान की विधि।–देखें दान - 5।
पुराणकोष से
(1) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण
(2) राम का सामंत । इसने वितापि योद्धा को गदा के प्रहार से मारा था । पद्मपुराण - 58.9-11, 60. 20