वक्रांत: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p>नरक की सात पृथ्वियाँ हैं पहली रत्नप्रभा पृथ्वी में तेरह पटल हैं उसका 11वाँ पटल− विशेष देखें [[ नरक#5.11 | नरक - 5.11 ]]तथा [[ रत्नप्रभा | रत्नप्रभा ]]।</p></div> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText">नरक की सात पृथ्वियाँ हैं पहली रत्नप्रभा पृथ्वी में तेरह पटल हैं उसका 11वाँ पटल− विशेष देखें [[ नरक#5.11 | नरक - 5.11 ]]तथा [[ रत्नप्रभा | रत्नप्रभा ]]।</p></div> | ||
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== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<div class="HindiText"> <p> रत्नप्रभा पृथिवी के ग्यारहवें प्रस्तार का इंद्रक बिल । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 4.77 </span>दे रत्नप्रभा</p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> रत्नप्रभा पृथिवी के ग्यारहवें प्रस्तार का इंद्रक बिल । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_4#77|हरिवंशपुराण - 4.77]] </span>दे रत्नप्रभा</p> | ||
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Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
नरक की सात पृथ्वियाँ हैं पहली रत्नप्रभा पृथ्वी में तेरह पटल हैं उसका 11वाँ पटल− विशेष देखें नरक - 5.11 तथा रत्नप्रभा ।
पुराणकोष से
रत्नप्रभा पृथिवी के ग्यारहवें प्रस्तार का इंद्रक बिल । हरिवंशपुराण - 4.77 दे रत्नप्रभा