जगद्युति: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> पुष्कर द्वीप में चहद्र नगर के राजा प्रकाशयश और उसकी रानी माधवी का पुत्र । यह संसार से भयभीत रहता था । बुद्ध मंत्री उपदेश देकर बड़ी कठिनाई से इससे राज्य का संचालन कराते थे । राज्य कार्य में स्थिर रहता हुआ यह सदा मुनियों को आहार देता था । अंत में यह मरकर देवकुरू भोगभूमि गया और वहाँ से मरकर ऐशान स्वर्ग में देव हुआ । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_85#96|पद्मपुराण - 85.96- | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> पुष्कर द्वीप में चहद्र नगर के राजा प्रकाशयश और उसकी रानी माधवी का पुत्र । यह संसार से भयभीत रहता था । बुद्ध मंत्री उपदेश देकर बड़ी कठिनाई से इससे राज्य का संचालन कराते थे । राज्य कार्य में स्थिर रहता हुआ यह सदा मुनियों को आहार देता था । अंत में यह मरकर देवकुरू भोगभूमि गया और वहाँ से मरकर ऐशान स्वर्ग में देव हुआ । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_85#96|पद्मपुराण - 85.96-100]] </span></p> | ||
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पुष्कर द्वीप में चहद्र नगर के राजा प्रकाशयश और उसकी रानी माधवी का पुत्र । यह संसार से भयभीत रहता था । बुद्ध मंत्री उपदेश देकर बड़ी कठिनाई से इससे राज्य का संचालन कराते थे । राज्य कार्य में स्थिर रहता हुआ यह सदा मुनियों को आहार देता था । अंत में यह मरकर देवकुरू भोगभूमि गया और वहाँ से मरकर ऐशान स्वर्ग में देव हुआ । पद्मपुराण - 85.96-100