सुवर्णपर्वत: Difference between revisions
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Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
अनंतबल मुनिराज की तपोभूमि । रावण ने इन्हीं मुनि से इसी पर्वत पर ये व्रत लिया था कि जो स्त्री इसे नहीं चाहेगी उसे यह स्वीकार नहीं करेगा । पद्मपुराण - 14.10, 370-371