रुचिर: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p class="HindiText"> सौधर्म और ऐशान स्वर्गों का सोलहवाँ पटल एवं इंद्रक । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_6#46|हरिवंशपुराण - 6.46]] </span>देखें [[ सौधर्म ]]</p> | |||
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Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
- रुचक पर्वतस्थ एक कूट−देखें लोक - 5.13;
- सौधर्म स्वर्ग का 16वाँ पटल व इंद्रक−देखें स्वर्ग - 5.3।
पुराणकोष से
सौधर्म और ऐशान स्वर्गों का सोलहवाँ पटल एवं इंद्रक । हरिवंशपुराण - 6.46 देखें सौधर्म