मेचक: Difference between revisions
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Latest revision as of 20:31, 7 October 2022
आत्मा कथंचित् मेचक है अर्थात् अनेक अवस्था रूप है । (देखें समयसार/ आत्मख्याति टीका/ गाथा संख्या 16/कलश 16)