विशालाक्ष: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
(6 intermediate revisions by 3 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p class="HindiText"> | | ||
== सिद्धांतकोष से == | |||
<p class="HindiText">कुंडल पर्वत के स्फटिकप्रभ कूट का स्वामी नागेंद्रदेव–देखें [[ लोक#7 | लोक - 7]]। </p> | |||
[[विशाला | | <noinclude> | ||
[[ विशाला | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[Category:व]] | [[ विशिखाचार्य | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | |||
[[Category: व]] | |||
== पुराणकोष से == | |||
<div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) राजा धृतराष्ट्र और रानी गांधारी का तिरेसठवाँ पुत्र । <span class="GRef"> पांडवपुराण 8.200 </span></p> | |||
<p id="2" class="HindiText">(2) कुंडलगिरि के उत्तरदिशावर्ती स्फटिकप्रभकूट का निवासी एक देव । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#694|हरिवंशपुराण - 5.694]] </span></p> | |||
</div> | |||
<noinclude> | |||
[[ विशाला | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[ विशिखाचार्य | अगला पृष्ठ ]] | |||
</noinclude> | |||
[[Category: पुराण-कोष]] | |||
[[Category: व]] | |||
[[Category: करणानुयोग]] | |||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 15:25, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
कुंडल पर्वत के स्फटिकप्रभ कूट का स्वामी नागेंद्रदेव–देखें लोक - 7।
पुराणकोष से
(1) राजा धृतराष्ट्र और रानी गांधारी का तिरेसठवाँ पुत्र । पांडवपुराण 8.200
(2) कुंडलगिरि के उत्तरदिशावर्ती स्फटिकप्रभकूट का निवासी एक देव । हरिवंशपुराण - 5.694