पानक: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
(8 intermediate revisions by 3 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<ol> | <ol> | ||
<li | <li class="HindiText"> आहार का एक भेद - देखें [[ आहार#I.1 | आहार - I.1]]। </span><br /> | ||
<span class="GRef"> भगवती आराधना/700/882 </span><span class="PrakritGatha">सत्थं बहलं लेवडमलेवडं च ससित्थयमसित्थं। छव्विहपाणयभेयं पाणयपरिकम्मपाओग्गं। 700।</span> = <span class="HindiText">‘[[स्वच्छाहार | स्वच्छ]] (गर्म जल); [[बहल]] (इमली का पानी आदि), [[लेवड़]] (जो हाथ को चिपके); [[अलेवड]] (जो हाथ को न चिपके - जैसे मांड); [[ससिक्थ]] (भात के दानों सहित मांड); और [[असिक्थ]] - ऐसा छह प्रकार का पानक आगम में कहा है। </span></li> | |||
</ol> | </ol> | ||
[[पान | | <noinclude> | ||
[[ पान | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[Category:प]] | [[ पानदशमी व्रत | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | |||
[[Category: प]] | |||
[[Category: चरणानुयोग]] |
Latest revision as of 15:15, 27 November 2023
- आहार का एक भेद - देखें आहार - I.1।
भगवती आराधना/700/882 सत्थं बहलं लेवडमलेवडं च ससित्थयमसित्थं। छव्विहपाणयभेयं पाणयपरिकम्मपाओग्गं। 700। = ‘ स्वच्छ (गर्म जल); बहल (इमली का पानी आदि), लेवड़ (जो हाथ को चिपके); अलेवड (जो हाथ को न चिपके - जैसे मांड); ससिक्थ (भात के दानों सहित मांड); और असिक्थ - ऐसा छह प्रकार का पानक आगम में कहा है।