भृंगा: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p class="HindiText"> समवसरण-मेरु के नैऋत्य में विद्यमान चार वापिकाओं में प्रथम वापी ।<span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#343|हरिवंशपुराण - 5.343]] </span></p> | |||
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Latest revision as of 15:16, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
सुमेरु के नंदनादि वनों में स्थित एक वापी–देखें लोक - 7।
पुराणकोष से
समवसरण-मेरु के नैऋत्य में विद्यमान चार वापिकाओं में प्रथम वापी । हरिवंशपुराण - 5.343