सिद्धचक्र विधान: Difference between revisions
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<p class="HindiText">जैन आम्नाय में पूजा विधान आदि संबंधी कई रचनाएँ प्रसिद्ध हैं -उनमें से एक पं.संतलाल (ई. श. 17-18) द्वारा भाषा छंदों में रचित '''सिद्धचक्र विधान''', जो श्री जिनसेनाचार्य द्वारा महापुराण में रचित जिन सहस्रनाम के आधार पर लिखा गया है। </p> | |||
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Latest revision as of 14:59, 19 March 2023
जैन आम्नाय में पूजा विधान आदि संबंधी कई रचनाएँ प्रसिद्ध हैं -उनमें से एक पं.संतलाल (ई. श. 17-18) द्वारा भाषा छंदों में रचित सिद्धचक्र विधान, जो श्री जिनसेनाचार्य द्वारा महापुराण में रचित जिन सहस्रनाम के आधार पर लिखा गया है।
देखें पूजापाठ ।