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| <p id="1"> (1) समवसरण के अशोक वन में स्थिर छ: वापियों में एक वापी । हरिवंशपुराण 57.32</p>
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| <p id="2">(2) रूचकगिरि के अंजनकूट की निवासिनी दिक्कुमारी देवी । हरिवंशपुराण 5.706</p>
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| <p id="3">(3) नन्दीश्वर द्वीप में अंजनगिरि की चारों दिशाओं में वर्तमान चार वाणियों में एक वापी । हरिवंशपुराण 5.664</p>
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| <p id="4">(4) रावण की एक रानी । पद्मपुराण 77. 9-14</p>
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| [[Category: पुराण-कोष]]
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| [[Category: आ]]
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