जीमूतशिखर: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(3 intermediate revisions by the same user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> विद्याधरों का एक नगर । लक्ष्मण ने यहाँ के विद्याधरों को युद्ध में परास्त करके राम का सेवक बनाया था । पद्मपुराण 94.1-5 </p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> विद्याधरों का एक नगर । लक्ष्मण ने यहाँ के विद्याधरों को युद्ध में परास्त करके राम का सेवक बनाया था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_94#1|पद्मपुराण - 94.1-5]] </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ जीमूत | पूर्व पृष्ठ ]] | [[ जीमूत | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ जीरापल्ली पार्श्वनाथ स्तोत्र | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: ज]] | [[Category: ज]] |
Latest revision as of 15:10, 27 November 2023
विद्याधरों का एक नगर । लक्ष्मण ने यहाँ के विद्याधरों को युद्ध में परास्त करके राम का सेवक बनाया था । पद्मपुराण - 94.1-5