बाल्हीक: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(5 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p id="1">(1) कर्मभूमि के | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText">(1) कर्मभूमि के आरंभ होते ही इंद्र द्वारा निर्मित मध्य देश । इस देश के घोड़े भी बाल्हीक कहलाते थे । <span class="GRef"> महापुराण 16. 148-156, 30.107, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_3#4|हरिवंशपुराण - 3.4-7]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) रानी जरा से उत्पन्न वसुदेव का पुत्र । जरत्कुमार इसका भाई था । हरिवंशपुराण 48.63</p> | <p id="2" class="HindiText">(2) रानी जरा से उत्पन्न वसुदेव का पुत्र । जरत्कुमार इसका भाई था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_48#63|हरिवंशपुराण - 48.63]] </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ | [[ बालेंदु | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ बासी भोजन | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: ब]] | [[Category: ब]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 15:15, 27 November 2023
(1) कर्मभूमि के आरंभ होते ही इंद्र द्वारा निर्मित मध्य देश । इस देश के घोड़े भी बाल्हीक कहलाते थे । महापुराण 16. 148-156, 30.107, हरिवंशपुराण - 3.4-7
(2) रानी जरा से उत्पन्न वसुदेव का पुत्र । जरत्कुमार इसका भाई था । हरिवंशपुराण - 48.63