मनोह्लाद: Difference between revisions
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<p> एक नगर । इसे राजा अमररक्ष के पुत्रों ने बसाया था । यहाँ राक्षस रहते थे । यह नगर लंका में था । देव भी यहाँ उपद्रव नहीं कर सकते थे । वानरद्वीप इस नगर की वायव्य दिशा में था । पद्मपुराण 5.371-372, 6.66-68, 71</p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> एक नगर । इसे राजा अमररक्ष के पुत्रों ने बसाया था । यहाँ राक्षस रहते थे । यह नगर लंका में था । देव भी यहाँ उपद्रव नहीं कर सकते थे । वानरद्वीप इस नगर की वायव्य दिशा में था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_5#371|पद्मपुराण - 5.371-372]], 6.66-68, 71 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
एक नगर । इसे राजा अमररक्ष के पुत्रों ने बसाया था । यहाँ राक्षस रहते थे । यह नगर लंका में था । देव भी यहाँ उपद्रव नहीं कर सकते थे । वानरद्वीप इस नगर की वायव्य दिशा में था । पद्मपुराण - 5.371-372, 6.66-68, 71