राजगुप्त: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(4 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> ऐरावत क्षेत्र के शंखपुर नगर का राजा । शंखिका इसकी रानी थी । इसने यतीश्वर वृतिषेण को आहार देकर पंचाश्चर्य प्राप्त किये थे । आयु के | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> ऐरावत क्षेत्र के शंखपुर नगर का राजा । शंखिका इसकी रानी थी । इसने यतीश्वर वृतिषेण को आहार देकर पंचाश्चर्य प्राप्त किये थे । आयु के अंत में यह संन्यासपूर्वक मरकर ब्रह्ममेंद्र हुआ । <span class="GRef"> महापुराण 63. 249 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ | [[ राजकथा | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ राजगृह | अगला पृष्ठ ]] | [[ राजगृह | अगला पृष्ठ ]] | ||
Line 10: | Line 10: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: र]] | [[Category: र]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
ऐरावत क्षेत्र के शंखपुर नगर का राजा । शंखिका इसकी रानी थी । इसने यतीश्वर वृतिषेण को आहार देकर पंचाश्चर्य प्राप्त किये थे । आयु के अंत में यह संन्यासपूर्वक मरकर ब्रह्ममेंद्र हुआ । महापुराण 63. 249