रोप्याद्रि: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(4 intermediate revisions by 3 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> चाँदी जैसे वर्णमाला विजयार्द्ध-पर्वत । इसका अपर नाम रौप्य शैल है । भरतेश को | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> चाँदी जैसे वर्णमाला विजयार्द्ध-पर्वत । इसका अपर नाम रौप्य शैल है । भरतेश को स्त्री, हाथी और अश्व रत्न इसी पर्वत पर प्राप्त हुए थे । <span class="GRef"> महापुराण 4.81, 36.173, 37.86, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_46#13|हरिवंशपुराण - 46.13]] </span></p> | ||
<p> | </div> | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ | [[ रोधन | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ रोम | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: र]] | [[Category: र]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
चाँदी जैसे वर्णमाला विजयार्द्ध-पर्वत । इसका अपर नाम रौप्य शैल है । भरतेश को स्त्री, हाथी और अश्व रत्न इसी पर्वत पर प्राप्त हुए थे । महापुराण 4.81, 36.173, 37.86, हरिवंशपुराण - 46.13