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| <p> प्रतिनारायण तारक के दूसरे पूर्वभव का जीव-जम्बूद्वीप के भरतक्षेत्र में स्थित मलयदेश के विंध्यपुर नगर का राजा । इसने कनकपुर नगर के राजा सुषेण की नर्त की गुणमंजरी को पाने की राजा सुषेण से याचना की थी किन्तु याचना विफल होने पर इसे उससे युद्ध करना पड़ा था । युद्ध में इसने सुषेण को पराजित करके गुणमंजरी प्राप्त की थी । महापुराण 58.63-78, 90-91</p>
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| [[Category: पुराण-कोष]]
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