शरभ: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) एक जंगली जानवर-अष्टापद । इसकी पीठ पर भी चार पैर होते हैं । आकाश में उछलकर पीठ के बल नीचे गिरने पर भी पृष्ठवर्ती पैरों के कारण इसे कोई चोट नहीं लगती । यह सिंह को भी परास्त कर देता है । महापुराण 27.70, 31.25, पद्मपुराण 17.260 </p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) एक जंगली जानवर-अष्टापद । इसकी पीठ पर भी चार पैर होते हैं । आकाश में उछलकर पीठ के बल नीचे गिरने पर भी पृष्ठवर्ती पैरों के कारण इसे कोई चोट नहीं लगती । यह सिंह को भी परास्त कर देता है । <span class="GRef"> महापुराण 27.70, 31.25, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_17#260|पद्मपुराण - 17.260]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) लक्ष्मण का एक पुत्र । पद्मपुराण 94.28, 102.146</p> | <p id="2" class="HindiText">(2) लक्ष्मण का एक पुत्र । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_94#28|पद्मपुराण - 94.28]],[[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_102#146|पद्मपुराण - 102.146]]</span></p> | ||
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Latest revision as of 15:25, 27 November 2023
(1) एक जंगली जानवर-अष्टापद । इसकी पीठ पर भी चार पैर होते हैं । आकाश में उछलकर पीठ के बल नीचे गिरने पर भी पृष्ठवर्ती पैरों के कारण इसे कोई चोट नहीं लगती । यह सिंह को भी परास्त कर देता है । महापुराण 27.70, 31.25, पद्मपुराण - 17.260
(2) लक्ष्मण का एक पुत्र । पद्मपुराण - 94.28,पद्मपुराण - 102.146