संग्रहग्राम: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) दस ग्रामों का मध्यवर्ती ग्राम । यहाँ सुरक्षार्थ वस्तुओं का संग्रह किया जाता है । महापुराण 16.176</p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) दस ग्रामों का मध्यवर्ती ग्राम । यहाँ सुरक्षार्थ वस्तुओं का संग्रह किया जाता है । <span class="GRef"> महापुराण 16.176 </span></p> | ||
<p id="2">(2) एक नय । अनेक भेदों और पर्यायों से युक्त पदार्थ को एकरूपता देकर ग्रहण करना संग्रहनय कहलाता है । हरिवंशपुराण 58. 41, 44</p> | <p id="2" class="HindiText">(2) एक नय । अनेक भेदों और पर्यायों से युक्त पदार्थ को एकरूपता देकर ग्रहण करना संग्रहनय कहलाता है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_58#41|हरिवंशपुराण - 58.41]], 44 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
(1) दस ग्रामों का मध्यवर्ती ग्राम । यहाँ सुरक्षार्थ वस्तुओं का संग्रह किया जाता है । महापुराण 16.176
(2) एक नय । अनेक भेदों और पर्यायों से युक्त पदार्थ को एकरूपता देकर ग्रहण करना संग्रहनय कहलाता है । हरिवंशपुराण - 58.41, 44