सिंहदंष्ट्र: Difference between revisions
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<p> इक्कीसवें तीर्थंकर नमिनाथ के तीर्थ में हुए असितपर्वत नगर के मातंग वंशी राजा विद्याधर प्रहसित और उनकी रानी हिरण्यवती का पुत्र । इसकी स्त्री नीलांजना और नीलयशा थी । यह वसुदेव का श्वसुर और उसका हितैषी था । हरिवंशपुराण 22.111-113, 23.10, 51.1-2</p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> इक्कीसवें तीर्थंकर नमिनाथ के तीर्थ में हुए असितपर्वत नगर के मातंग वंशी राजा विद्याधर प्रहसित और उनकी रानी हिरण्यवती का पुत्र । इसकी स्त्री नीलांजना और नीलयशा थी । यह वसुदेव का श्वसुर और उसका हितैषी था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_22#111|हरिवंशपुराण - 22.111-113]], 23.10, 51.1-2 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
इक्कीसवें तीर्थंकर नमिनाथ के तीर्थ में हुए असितपर्वत नगर के मातंग वंशी राजा विद्याधर प्रहसित और उनकी रानी हिरण्यवती का पुत्र । इसकी स्त्री नीलांजना और नीलयशा थी । यह वसुदेव का श्वसुर और उसका हितैषी था । हरिवंशपुराण - 22.111-113, 23.10, 51.1-2