अनुवादी: Difference between revisions
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Latest revision as of 14:39, 27 November 2023
षडज्र, ऋषभ, गांधार, मध्यम, पंचम, धैवत और निषाद इन सात प्रकार के स्वरों के प्रयोग करने के चार प्रकारों में चौथा प्रकार । हरिवंशपुराण - 19.153-154