ऊर्ध्व प्रचय: Difference between revisions
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Latest revision as of 14:05, 12 July 2023
वस्तु में दो प्रकार के धर्म हैं क्रमवर्ती व अक्रमवर्ती। आगे-पीछे होने के कारण पर्याय क्रमवर्ती धर्म है और युगपत् पाये जाने के कारण गुण अक्रमवर्ती या सहवर्ती धर्म है। क्रमवर्ती को ऊर्ध्व प्रचय और अक्रमवर्ती को तिर्यक् प्रचय भी कहते हैं।
अधिक जानकारी के लिये देखें क्रम ऊर्ध्वक्रम।