जीवाधिगमोपाय: Difference between revisions
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<p> सत्, संस्था, क्षेत्र, स्पर्शन, काल, भाव, | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> सत्, संस्था, क्षेत्र, स्पर्शन, काल, भाव, अंतर और अल्पबहुत्व इन आठ अनुयोगों से जीव तत्त्व का ज्ञान होता है । <span class="GRef"> महापुराण 24-97-98 </span></p> | ||
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सत्, संस्था, क्षेत्र, स्पर्शन, काल, भाव, अंतर और अल्पबहुत्व इन आठ अनुयोगों से जीव तत्त्व का ज्ञान होता है । महापुराण 24-97-98