ज्येष्ठ: Difference between revisions
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<p id="2">(2) समवसरण के तीसरे दक्षिणी गोपुर के आठ नामों में तीसरा नाम । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 57.58 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) समवसरण के तीसरे दक्षिणी गोपुर के आठ नामों में तीसरा नाम । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_57#58|हरिवंशपुराण - 57.58]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 18:27, 15 February 2024
सिद्धांतकोष से
किन्नर जातीय व्यंतरदेव का एक भेद–देखें किन्नर - 2 ।
पुराणकोष से
(1) सौधर्मेंद्र एवं भरतेश द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25.122, 24.43
(2) समवसरण के तीसरे दक्षिणी गोपुर के आठ नामों में तीसरा नाम । हरिवंशपुराण - 57.58