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दाता के नौ पुण्यों (नवधा-भक्तियों) में प्रथम पुण्य (भक्ति) । इसमें साधु को आहार के लिए पड़गाहने की क्रिया होती है । अपरनाम प्रतिग्रह । महापुराण 20. 86-87, हरिवंशपुराण - 9.199-200