रेशम: Difference between revisions
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Latest revision as of 16:40, 19 August 2023
भगवती आराधना/919 वेढेइ विसयहेदुं कलत्तपासेहिं दुव्विमोएहिं। कोसेण कोसियारुव्व दुम्मदी णिच्च अप्पाणं।919। = विषयी जीव स्त्री के स्नेहपाश में अपने को इस तरह वेष्टित करता है। जैसे रेशम को उत्पन्न करने वाला कीड़ा अपने मुख में से निकले हुए तंतुओं से अपने को वेष्टित करता है।
अधिक जानकारी के लिये देखें वस्त्र ।