विद्युद्विलसित: Difference between revisions
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<p> एक विद्याधर । इसने विभीषण के आदेश से राजा दशरथ और जनक के सिर काटकर विभीषण को दिखाये थे । विभीषण उन्हें समुद्र में फिकवा कर लंका चला गया था । ये दोनों सिर कृत्रिम प्रतिमाओं के थे । यह रहस्य सिर काटते समय न इसे विदित था और न विभीषण को ही । इसने और विभीषण ने दशरथ और जनक को मरा हुआ जानकर संतोष प्राप्त किया था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 23.54-58 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> एक विद्याधर । इसने विभीषण के आदेश से राजा दशरथ और जनक के सिर काटकर विभीषण को दिखाये थे । विभीषण उन्हें समुद्र में फिकवा कर लंका चला गया था । ये दोनों सिर कृत्रिम प्रतिमाओं के थे । यह रहस्य सिर काटते समय न इसे विदित था और न विभीषण को ही । इसने और विभीषण ने दशरथ और जनक को मरा हुआ जानकर संतोष प्राप्त किया था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_23#54|पद्मपुराण - 23.54-58]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
एक विद्याधर । इसने विभीषण के आदेश से राजा दशरथ और जनक के सिर काटकर विभीषण को दिखाये थे । विभीषण उन्हें समुद्र में फिकवा कर लंका चला गया था । ये दोनों सिर कृत्रिम प्रतिमाओं के थे । यह रहस्य सिर काटते समय न इसे विदित था और न विभीषण को ही । इसने और विभीषण ने दशरथ और जनक को मरा हुआ जानकर संतोष प्राप्त किया था । पद्मपुराण - 23.54-58