विरजा: Difference between revisions
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<p id="2">(2) विदेह के नलिन देश की राजधानी । <span class="GRef"> महापुराण 63.208-216, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.261-262 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) विदेह के नलिन देश की राजधानी । <span class="GRef"> महापुराण 63.208-216, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#261|हरिवंशपुराण - 5.261-262]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
- दक्षिण पश्चिम विदेह में पूर्व से पश्चिम की ओर आठ क्षेत्र हैं उनमें नलिनी क्षेत्र की प्रधान नगरी–देखें लोक - 5.2।
- नंदीश्वर द्वीप की दक्षिण दिशा में स्थित वापी।–देखें लोक - 5.11।
पुराणकोष से
(1) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25.112
(2) विदेह के नलिन देश की राजधानी । महापुराण 63.208-216, हरिवंशपुराण - 5.261-262