सुनपथ: Difference between revisions
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Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
प्रवास से लौटने पर अर्जुन इसमें रहने लगा ( पांडवपुराण/16/6 ) क्योंकि यह कुरुक्षेत्र के निकट है अत: वर्तमान सोनीपत ही सुनपथ है।
पुराणकोष से
एक नगर। प्रवास से लौटने पर अर्जुन यहाँ रहने लगे थे। कुरुक्षेत्र के निकट विद्यमान सोनीपत से इसे समीकृत किया जा सकता है। पांडवपुराण 16.6