अज्ञान निग्रहस्थान: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
(10 intermediate revisions by 4 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<span class="GRef">नय सूत्र/5/2/17/316</span> <p class="SanskritText">अविज्ञातं चाज्ञानम् ।7। </p> | |||
<p class=" | <p class="HindiText">= वादों के कथन का परिषद्-द्वारा विज्ञान किये जा चुकने पर यदि प्रतिवादी को विज्ञान नहीं हुआ है तो प्रतिवादी का `अज्ञान' इस नाम का निग्रहस्थान होगा। </p> | ||
( | <p><span class="GRef">( श्लोकवार्तिक 4/ न्या. 241/413/13)</span>।</p> | ||
[[Category:अ]] | |||
<noinclude> | |||
[[ अज्ञान | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[ अज्ञान परिषह | अगला पृष्ठ ]] | |||
</noinclude> | |||
[[Category: अ]] | |||
[[Category: द्रव्यानुयोग]] |
Latest revision as of 22:14, 17 November 2023
नय सूत्र/5/2/17/316
अविज्ञातं चाज्ञानम् ।7।
= वादों के कथन का परिषद्-द्वारा विज्ञान किये जा चुकने पर यदि प्रतिवादी को विज्ञान नहीं हुआ है तो प्रतिवादी का `अज्ञान' इस नाम का निग्रहस्थान होगा।
( श्लोकवार्तिक 4/ न्या. 241/413/13)।