ग्लान: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(2 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
( सर्वार्थसिद्धि/9/24/442/8 ) <span class="SanskritText">रुजादिक्लिष्टशरीरो ग्लान:।=</span><span class="HindiText">रोग आदि से क्रांत शरीरवाला ग्लान कहलाता है। ( राजवार्तिक/9/24/7/623/19 ) ( चारित्रसार/151/3 )। | <span class="GRef">( सर्वार्थसिद्धि/9/24/442/8 )</span> <span class="SanskritText">रुजादिक्लिष्टशरीरो ग्लान:।=</span><span class="HindiText">रोग आदि से क्रांत शरीरवाला ग्लान कहलाता है। <span class="GRef">( राजवार्तिक/9/24/7/623/19 )</span> <span class="GRef">( चारित्रसार/151/3 )</span>। | ||
</span> | </span> | ||
Line 9: | Line 9: | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: ग]] | [[Category: ग]] | ||
[[Category: चरणानुयोग]] |
Latest revision as of 22:20, 17 November 2023
( सर्वार्थसिद्धि/9/24/442/8 ) रुजादिक्लिष्टशरीरो ग्लान:।=रोग आदि से क्रांत शरीरवाला ग्लान कहलाता है। ( राजवार्तिक/9/24/7/623/19 ) ( चारित्रसार/151/3 )।