ज्येष्ठा: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) भद्रिलपुर नगर निवासी सेठ धनदत्त और सेठानी नंदयशा की पुत्री । यह प्रियदर्शना की बहिन थी । <span class="GRef"> महापुराण 70.186 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) भद्रिलपुर नगर निवासी सेठ धनदत्त और सेठानी नंदयशा की पुत्री । यह प्रियदर्शना की बहिन थी । <span class="GRef"> महापुराण 70.186 </span></p> | ||
<p id="2">(2) सिंधु देश की वैशाली नगरी के राजा चेटक की छठी पुत्री । चंदना इसकी छोटी बहिन तथा प्रियकारिणी, मृगावती, सुप्रभा, प्रभावती, सुप्रभा | <p id="2" class="HindiText">(2) सिंधु देश की वैशाली नगरी के राजा चेटक की छठी पुत्री । चंदना इसकी छोटी बहिन तथा प्रियकारिणी, मृगावती, सुप्रभा, प्रभावती, सुप्रभा बड़ी बहिनें थीं । श्रेणिक के पुत्र अभयकुमार ने इसे और चेलिनी को क्षेणिक का पट्ट पर अंकित चित्र दिखाकर उसके प्रति आकृष्ट कर लिया था । चेलिनी के साथ यह भी अभयकुमार का अनुगमन कर रही थी किंतु चेलिनी द्वारा छले जाने से इसने संसार से विरक्त होकर दीक्षा ले ली थी । <span class="GRef"> महापुराण 75.3, 6-7, 20-33 </span></p> | ||
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Latest revision as of 18:29, 15 February 2024
सिद्धांतकोष से
एक नक्षत्र–देखें नक्षत्र ।
पुराणकोष से
(1) भद्रिलपुर नगर निवासी सेठ धनदत्त और सेठानी नंदयशा की पुत्री । यह प्रियदर्शना की बहिन थी । महापुराण 70.186
(2) सिंधु देश की वैशाली नगरी के राजा चेटक की छठी पुत्री । चंदना इसकी छोटी बहिन तथा प्रियकारिणी, मृगावती, सुप्रभा, प्रभावती, सुप्रभा बड़ी बहिनें थीं । श्रेणिक के पुत्र अभयकुमार ने इसे और चेलिनी को क्षेणिक का पट्ट पर अंकित चित्र दिखाकर उसके प्रति आकृष्ट कर लिया था । चेलिनी के साथ यह भी अभयकुमार का अनुगमन कर रही थी किंतु चेलिनी द्वारा छले जाने से इसने संसार से विरक्त होकर दीक्षा ले ली थी । महापुराण 75.3, 6-7, 20-33