तीर्णकर्ण: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
Komaljain7 (talk | contribs) No edit summary |
||
(4 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> भरतक्षेत्र के उत्तरवर्ती आर्यखंड का एक देश । | | ||
== सिद्धांतकोष से == | |||
<div class="HindiText"> भरत क्षेत्र के उत्तर आर्यखंड का एक देश।–देखें [[ मनुष्य#4.4 | मनुष्य - 4.4]] | |||
<noinclude> | |||
[[ तीनों वेदों के अर्थ में प्रयुक्त शब्दों का परिचय | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[ तीर्थ | अगला पृष्ठ ]] | |||
</noinclude> | |||
[[Category: त]] | |||
== पुराणकोष से == | |||
<div class="HindiText"> <p class="HindiText"> भरतक्षेत्र के उत्तरवर्ती आर्यखंड का एक देश । यहीं भरतेश का भाई राज्य करता था । इसने भरतेश की अधीनता स्वीकार नहीं की और दीक्षित हो गया । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_11#67|हरिवंशपुराण - 11.67]] </span></p> | |||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 10: | Line 24: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: त]] | [[Category: त]] | ||
[[Category: करणानुयोग]] |
Latest revision as of 13:14, 1 February 2024
सिद्धांतकोष से
भरत क्षेत्र के उत्तर आर्यखंड का एक देश।–देखें मनुष्य - 4.4
पुराणकोष से
भरतक्षेत्र के उत्तरवर्ती आर्यखंड का एक देश । यहीं भरतेश का भाई राज्य करता था । इसने भरतेश की अधीनता स्वीकार नहीं की और दीक्षित हो गया । हरिवंशपुराण - 11.67