देववर: Difference between revisions
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<p> मन: शिल आदि अंतिम सोलह द्वीपों मे चौदहवां द्वीप । यह देववर-सागर से घिरा हुआ है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.625-626 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> मन: शिल आदि अंतिम सोलह द्वीपों मे चौदहवां द्वीप । यह देववर-सागर से घिरा हुआ है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#625|हरिवंशपुराण - 5.625-626]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:11, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
मध्यलोक के अंत में तृतीय सागर व द्वीप–देखें लोक - 5.1।
पुराणकोष से
मन: शिल आदि अंतिम सोलह द्वीपों मे चौदहवां द्वीप । यह देववर-सागर से घिरा हुआ है । हरिवंशपुराण - 5.625-626