नृगति: Difference between revisions
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<p> मनुष्यगति । यह गति उन जीवों को मिलती है जो सरल स्वभावी, संतोषी, सदाचारी, मंदकषायी, शुद्ध अभिप्रायी, विनीत और जिनेंद्र, गुरू तथा धर्म के भक्त होते हैं । सम्यग्दर्शन और ज्ञान से भूषित स्त्रियाँ भी अगले जन्म में पुरुष होती है । <span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 17. 92-118 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> मनुष्यगति । यह गति उन जीवों को मिलती है जो सरल स्वभावी, संतोषी, सदाचारी, मंदकषायी, शुद्ध अभिप्रायी, विनीत और जिनेंद्र, गुरू तथा धर्म के भक्त होते हैं । सम्यग्दर्शन और ज्ञान से भूषित स्त्रियाँ भी अगले जन्म में पुरुष होती है । <span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 17. 92-118 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:11, 27 November 2023
मनुष्यगति । यह गति उन जीवों को मिलती है जो सरल स्वभावी, संतोषी, सदाचारी, मंदकषायी, शुद्ध अभिप्रायी, विनीत और जिनेंद्र, गुरू तथा धर्म के भक्त होते हैं । सम्यग्दर्शन और ज्ञान से भूषित स्त्रियाँ भी अगले जन्म में पुरुष होती है । वीरवर्द्धमान चरित्र 17. 92-118