प्रातिहार्य-प्रसिद्ध: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(3 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> उपवास । यह भादों सुदी एकादशी के दिन किया जाता है । प्रतिमास कृष्णपक्ष की एकादशियों के दिन किये गये छियासी उपवासों से अनंत सुख मिलता है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 34.128 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> उपवास । यह भादों सुदी एकादशी के दिन किया जाता है । प्रतिमास कृष्णपक्ष की एकादशियों के दिन किये गये छियासी उपवासों से अनंत सुख मिलता है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_34#128|हरिवंशपुराण - 34.128]] </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 10: | Line 10: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: प]] | [[Category: प]] | ||
[[Category: चरणानुयोग]] |
Latest revision as of 15:15, 27 November 2023
उपवास । यह भादों सुदी एकादशी के दिन किया जाता है । प्रतिमास कृष्णपक्ष की एकादशियों के दिन किये गये छियासी उपवासों से अनंत सुख मिलता है । हरिवंशपुराण - 34.128