रुजा: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
No edit summary |
||
(One intermediate revision by one other user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> नियमसार / तात्पर्यवृत्ति/6 <span class="SanskritText"> वातपित्तश्लेष्मणां वैषम्यसंजातकलेवरविपीडैव रुजा।</span> = <span class="HindiText">वात, पित्त और कफ की विषमता से उत्पन्न होने वाली कलेवर (शरीर) संबंधी | <p><span class="GRef"> नियमसार / तात्पर्यवृत्ति/6 </span><span class="SanskritText"> वातपित्तश्लेष्मणां वैषम्यसंजातकलेवरविपीडैव रुजा।</span> = <span class="HindiText">वात, पित्त और कफ की विषमता से उत्पन्न होने वाली कलेवर (शरीर) संबंधी पीड़ा वही रोग (रुजा) है। </span></p> | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 8: | Line 8: | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: र]] | [[Category: र]] | ||
[[Category: चरणानुयोग]] |
Latest revision as of 15:03, 27 September 2022
नियमसार / तात्पर्यवृत्ति/6 वातपित्तश्लेष्मणां वैषम्यसंजातकलेवरविपीडैव रुजा। = वात, पित्त और कफ की विषमता से उत्पन्न होने वाली कलेवर (शरीर) संबंधी पीड़ा वही रोग (रुजा) है।