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Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
वे सांगण के एक जैन कवि थे जिन्होंने मिदूत (नेमि चरित) नाम का ग्रंथ लिखा है। (नेमि चरित/प्रस्तावना 3/प्रेमीजी)
पुराणकोष से
रावण के पक्षधर एक राजा । वानरवंशी राजाओं द्वारा राक्षसों की सेना नष्ट किये जाने पर अन्य अनेक राजाओं के साथ वे रावण की सहायता के लिए गए थें । पद्मपुराण - 74.63-64